फिरोजाबाद/शिकोहाबाद। गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों और अबीर-गुलाल उड़ाते हुए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गणेश जी की प्रतिमाओं का विसर्जन किया। हालांकि सुबह से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने श्रद्धालुओं की यात्रा को काफी प्रभावित किया और गणपति बप्पा को विदाई देने में लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ा। इस दौरान पुलिस और प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा और केवल प्रशासन द्वारा तय किए गए स्थलों पर ही प्रतिमाओं के विसर्जन की अनुमति दी गई। शुक्रवार सुबह से ही गणेश विसर्जन की शोभायात्राएं निकलनी शुरू हो गईं। श्रद्धालु अबीर-गुलाल उड़ाते हुए और रंगों में सराबोर होकर नाचते-गाते हुए शोभायात्रा में शामिल हुए। कुछ लोग प्रतिमा को हाथों में उठाकर, कुछ ढकेल पर और कुछ लोडर वाहनों में लेकर पहुंचे। साउंड सिस्टम की ध्वनि पर महिलाएं, पुरुष और बच्चियां नृत्य करते हुए चल रही थीं। बारिश के चलते महिलाओं और युवतियों को विशेष रूप से परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ लोग ट्रैक्टर में बैठकर और छाता लगाकर प्रतिमा को विसर्जन स्थल तक लेकर पहुंचे। गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन प्रशासन द्वारा बनाए गए विशेष कुंडों में विधि-विधान के साथ किया गया। विसर्जन स्थलों पर पुलिस प्रशासन की कड़ी निगरानी रही और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। शहर की गलियों और सड़कों पर ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयकारों की गूंज सुनाई देती रही। शिकोहाबाद में छीछामई लोहिया पुल से ऊबटी रजवाहा में भी लोगों ने गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया। वहीं डाहिनी और रूपसपुर में प्रशासन द्वारा बनाए गए स्थलों पर भी प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। पूरे दिन धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, जिससे वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बना रहा।
गणपत्ति बप्पा मोरियों के जयकारों से गूंजी शहर की राहें
