शिकोहाबाद। रक्षाबंधन का पर्व शनिवार को पूरे उत्साह और पारंपरिक उल्लास के साथ मनाया गया। इस खास दिन पर बहनों का अपने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधने के लिए घरों से निकलना जहां सड़कों पर रौनक लेकर आया, वहीं परिवहन विभाग की तैयारियों की पोल भी खोल दी। सुबह चार बजे से ही दूर-दराज की बहनें अपने भाइयों के घरों के लिए रवाना होने लगीं। नगर के मैनपुरी चौराहा, एटा चौराहा, सुभाष तिराहा और स्टेशन रोड पर बहनों की भारी भीड़ देखी गई। मिठाई की दुकानों और घेवर की दुकानों पर भी जमकर भीड़ उमड़ी। लेकिन इन सबके बीच सबसे ज्यादा परेशानी रही परिवहन व्यवस्था को लेकर। बहनों को बसों का घंटों इंतजार करना पड़ा। रोडवेज की बसें खचाखच भरी हुई रवाना होती रहीं, जिससे कई बहनों को घंटों सड़क किनारे खड़ा रहना पड़ा। वहीं कुछ बस चालकों की मनमानी के कारण भी यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस स्थिति का फायदा डग्गेमार वाहन चालकों ने जमकर उठाया। उन्होंने मौके का लाभ उठाकर मनमाने किराए वसूले और निर्धारित सीटों से कहीं अधिक सवारियों को भरकर ले गए। पांच सवारियों की जगह आठ तक लोगों को बैठाया गया। बावजूद इसके, जो बहनें समय से अपने भाई के घर पहुंच पाईं, उनके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। भाइयों ने भी बहनों का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया और उन्हें उपहार देकर विदा किया। इस रक्षाबंधन ने जहां भाई-बहन के रिश्ते की मजबूती को फिर से दिखाया, वहीं यह भी साफ कर दिया कि ऐसे खास मौकों पर रोडवेज विभाग को और मजबूत व्यवस्था की जरूरत है, ताकि किसी को अपने रिश्ते निभाने के लिए संघर्ष न करना पड़े।
बहनों के सफर से रोडवेज की व्यवस्थाएं हुईं फेल, रक्षाबंधन पर रही भारी भीड़
