हाथरस। ऐतिहासिक श्री दाऊजी महाराज मेला शुरू होने में अब केवल एक सप्ताह शेष रह गया है, लेकिन इस बार की तैयारियों को देखकर मेले की पारंपरिक भव्यता और रौनक पर सवाल उठने लगे हैं। प्रशासनिक लापरवाही और तैयारी में ढिलाई के चलते श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में गहरी निराशा है। मंदिर परिसर की रंगाई-पुताई जैसे बुनियादी कार्य अभी तक अधूरे पड़े हैं। सबसे बड़ी समस्या यह रही कि मेले का ठेका और कार्यक्रम संयोजकों की घोषणा मेले के आरंभ से महज दस दिन पूर्व ही की गई, जिससे न तो ठेकेदार को समुचित तैयारी का समय मिल पाया और न ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों को व्यवस्थित रूप देने का अवसर। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर वर्ष यह मेला श्रद्धा, भक्ति और सांस्कृतिक भव्यता का प्रतीक होता है, जहां दूर-दराज़ से लाखों श्रद्धालु दर्शन और मेले का आनंद लेने आते हैं। लेकिन इस बार की प्रशासनिक उदासीनता के कारण पूरे आयोजन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। श्रद्धालुओं और आयोजकों की मांग है कि प्रशासन तुरंत सक्रिय होकर आवश्यक तैयारियाँ पूर्ण कराए, ताकि मेला अपने पारंपरिक स्वरूप को बनाए रखते हुए श्रद्धा और उल्लास के साथ संपन्न हो सके।
इस बार फीकी पड़ सकती है श्री दाऊजी महाराज मेले की चमक
