चंदौली। जिले में लगातार हो रही बारिश और डैमों से पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। इसी क्रम में जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग और पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने सोमवार को भटपुरवा, केवटी, चूरमुली सहित कई बाढ़ प्रभावित गांवों का स्थलीय निरीक्षण किया। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की।जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि प्रशासन पूरी तरह से उनके साथ है और हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने बताया कि राहत शिविरों में मेडिकल कैंप लगाए गए हैं और चिकित्सकों की तैनाती कर दी गई है। यदि किसी को उपचार की आवश्यकता है तो उसे तुरंत उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने ग्राम प्रधानों को निर्देशित किया कि स्वच्छ पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही उप जिलाधिकारी चकिया को निर्देश दिया कि सभी बाढ़ प्रभावित लोगों को सक्रिय राहत शिविरों में स्थानांतरित किया जाए। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि किसी भी स्थिति में जान-माल या पशुधन की हानि न होने पाए, इसके लिए प्रशासन सतर्क रहे। उन्होंने बताया कि नौगढ़, नगवां और अहरौरा डैम से पानी छोड़े जाने के कारण जनपद की दो तहसीलों के लगभग 25 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राहत कार्यों के लिए राजस्व विभाग, जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर मौजूद हैं। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी चकिया को निर्देशित किया कि वे बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में लगातार भ्रमणशील रहें और गांवों के साथ-साथ बांधों की स्थिति पर नजर रखें, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। इसके साथ ही उन्होंने बाढ़ से प्रभावित फसलों का तत्काल सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा देने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी चकिया, तहसीलदार, लेखपाल एवं अन्य संबंधित अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
बाढ़ प्रभावित गांवों का जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने किया दौरा
