फिरोजाबाद। नारी जागरण सेवा संस्थान द्वारा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के सहयोग से पंचायत भवन, बरकतपुर में साइबर अपराध के प्रति एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आम नागरिक, विद्यार्थी, शिक्षक, बैंक उपभोक्ता और समाजसेवी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान थाना प्रभारी साइबर अपराध राजेश सिंह ने कहा कि अब साइबर अपराधी केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि गाँव और कस्बों तक भी सक्रिय हो गए हैं। वे फर्जी कस्टमर केयर नंबर, सोशल मीडिया पर आकर्षक ऑफर, या नकली वेबसाइट बनाकर लोगों को फँसाते हैं। उन्होंने आम जनता से आग्रह किया कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध कॉल या लिंक पर भरोसा न करें। उप निरीक्षक मनोज कौशिक ने कहा कि पासवर्ड या ओटीपी साझा करना ठीक वैसा ही है जैसे किसी अजनबी को अपने घर की चाबी दे देना। हमें छोटे-छोटे सुरक्षा नियम अपनाने होंगे, तभी हम बड़े नुकसान से बच सकते हैं। आरक्षी करन सिंह और अक्षय कुमार ने साइबर अपराध की कार्यप्रणाली को सरल भाषा में समझाया। उन्होंने बताया कि अपराधी अक्सर “क्यूआर कोड स्कैन”, “लॉटरी या इनाम का लालच”, और “बैंक खाता बंद होने की धमकी” जैसे तरीकों का सहारा लेते हैं। खंड शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश अकेला ने कहा कि डिजिटल सुरक्षा को शिक्षा का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। यदि बच्चों को विद्यालय स्तर पर इंटरनेट सुरक्षा की जानकारी दी जाए, तो वे स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार और समाज को भी जागरूक कर सकते हैं। हृद्यमोहन जैन ने कहा कि बैंक कभी भी फोन पर ओटीपी या एटीएम पिन नहीं मांगता। यदि कोई ऐसा करता है तो वह निश्चित रूप से ठग है। नारी जागरण सेवा संस्थान की अध्यक्ष गीता शर्मा ने महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों से डिजिटल सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की अपील की। कार्यक्रम का सफल संचालन राजेश राज ने किया। इस अवसर पर गौरव सिंह, दीपक चैबे, दिनेश चंद्र यादव, अरविंद कुमार, कौशल किशोर शर्मा सहित कई लोग उपस्थित रहे।
साइबर अपराध पर जागरूकता कार्यशाला आयोजित
