मथुरा। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए अत्यधिक पानी के चलते यमुना नदी एक बार फिर उफान पर है। मंगलवार को यमुना का जलस्तर 166.40 मीटर पर पहुंच गया, जिससे मथुरा और आसपास के नदी किनारे के इलाकों में हालात बेकाबू हो गए हैं। 4 से 6 सितंबर के बीच भारी जलराशि मथुरा पहुंचने की आशंका के चलते प्रशासन ने यमुना किनारे बसे लोगों को सतर्क और तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार, डेढ़ लाख क्यूसेक पानी हथिनीकुंड से पहले ही छोड़ा जा चुका है और अब 3.29 लाख क्यूसेक अतिरिक्त पानी मथुरा की ओर बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ते जलस्तर ने कॉलोनियों और निचले इलाकों में पानी भरना शुरू कर दिया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना नदी ने ग्रामीणों और शहरी क्षेत्रों दोनों के लिए चिंता बढ़ा दी है। जिलाधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह ने बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक कर दिए गए हैं ताकि आपात स्थिति में त्वरित संपर्क और सहायता उपलब्ध हो सके। प्रशासन द्वारा संभावित बाढ़ प्रभावित गांवों और वार्डों को खाली करने के लिए तैयार रहने की अपील की गई है। साथ ही, राहत एवं बचाव कार्य के लिए टीमें तैयार की जा रही हैं। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और नागरिकों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें तथा प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
मथुरा में कॉलोनियों में घुसा पानी, नदी किनारे हालात बेकाबू
