रायबरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश और एसपी डॉ. यशवीर सिंह के निर्देशों के बाद रायबरेली में स्कूली वाहनों की जांच को लेकर उप संभागीय परिवहन विभाग सतर्क हो गया है। एआरटीओ और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम ने स्कूली वाहनों के चालकों के चरित्र सत्यापन और दस्तावेज जांच की मुहिम शुरू कर दी है। इस अभियान का उद्देश्य स्कूली बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। अधिकारियों के अनुसार, पूर्व में घटित घटनाओं को ध्यान में रखते हुए यह अभियान चलाया जा रहा है। जांच में चालकों का चरित्र प्रमाण पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, परमिट और अन्य जरूरी दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है। अभियान की शुरुआत रायबरेली शहर के त्रिपुला चौराहा और अन्य स्थानों से की गई। आरटीओ प्रवर्तन अधिकारी रेहाना बानो, एआरटीओ प्रवर्तन अंबुज कुमार और यातायात प्रभारी इंद्रपाल सिंह ने पुलिस बल के साथ त्रिपुला चौराहे स्थित न्यू स्टैंडर्ड स्कूल के बाहर स्कूली वाहनों की जांच की। वाहनों में लगे सीसीटीवी कैमरे, अग्निशमन यंत्र और अन्य सुरक्षा उपकरणों की भी समीक्षा की गई। इस दौरान अधिकारियों ने स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए कि वे अपने चालकों का रजिस्ट्रेशन करवाएं ताकि आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को बच्चों से दूर रखा जा सके। सड़क पर आम नागरिकों को भी यातायात नियमों का पालन करने, हेलमेट पहनने और सीट बेल्ट लगाने के लिए जागरूक किया गया। एआरटीओ अंबुज कुमार ने बताया कि पहले भी कई स्कूल वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है और यह अभियान लगातार जारी रहेगा। इस मौके पर टीएसआई अभिमन्यु सिंह, टीएसआई रामबाबू, सिपाही प्रकाश, होमगार्ड और पीआरडी जवान भी उपस्थित रहे।
उप संभागीय परिवहन विभाग ने स्कूली वाहनों के दस्तावेज और चालकों के चरित्र सत्यापन की मुहिम शुरू की
