फिरोजाबाद: चाणक्य फाउंडेशन के नेतृत्व में किसानों ने तीन प्रमुख समस्याओं को लेकर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कई किसान संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सहभागिता कर प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
चाणक्य फाउंडेशन के प्रदेश सचिव पं. अखिलेश शर्मा ने बताया कि किसान महीपत सिंह गुर्जर की जमीन पर फर्जी तरीके से दस लाख रुपये का लोन लिया गया है, जिसकी शिकायत कई बार जिलाधिकारी कार्यालय में की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने मांग की कि इस प्रकरण में तत्काल मुकदमा दर्ज कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
दूसरी बड़ी मांग नगला पान सहाय के सामने बनाए गए खत्ता घर को लेकर थी। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि इस खत्ता घर की वजह से आसपास के लगभग दस गांवों के लोग गंभीर प्रदूषण से प्रभावित हो रहे हैं और उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो रही है। किसानों ने इसे तत्काल हटाने की मांग की।
तीसरी मांग क्षेत्र में हो रही बिजली कटौती को लेकर थी। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि इलाके में दिन में पांच घंटे भी ठीक से बिजली नहीं मिल रही है, जिससे किसानों की सिंचाई व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। उन्होंने बिजली आपूर्ति में सुधार और कटौती का समय कम करने की मांग की।
धरना स्थल पर पहुंचे नायब तहसीलदार हृदेश कुमार ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता कर उन्हें आश्वासन दिया कि समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया जाएगा। आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया गया। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।
धरने में अजीत यादव (महानगर अध्यक्ष, किसान यूनियन टिकैत), संजय शर्मा (प्रदेश उपाध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन भानू), नीरज सविता, शिवकुमार राठौर, मनोज कुशवाहा, छोटेलाल राजपूत, समंत यादव, धर्मेंद्र कुशवाहा, महेश पाठक, महीपत सिंह गुर्जर, प्रहलाद गुर्जर, जयराम गुर्जर, समुद्र गुर्जर, भुल्ली गुर्जर, मनीष मिश्रा सहित सैकड़ों किसान और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे।
चाणक्य फाउंडेशन के नेतृत्व में किसानों ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर दिया धरना
