
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा गंभीर होता जा रहा है। यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिससे प्रशासन ने बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी है। मौजूदा समय में यमुना का जलस्तर 206.86 मीटर दर्ज किया गया है, जो इसके 205.33 मीटर के खतरे के निशान से करीब 1 मीटर ऊपर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए लोहा पुल से ट्रेनों की आवाजाही को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। यमुना किनारे बसे निचले इलाकों से अब तक 10,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा गंभीर होता जा रहा है। यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिससे प्रशासन ने बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी है। मौजूदा समय में यमुना का जलस्तर 206.86 मीटर दर्ज किया गया है, जो इसके 205.33 मीटर के खतरे के निशान से करीब 1 मीटर ऊपर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए लोहा पुल से ट्रेनों की आवाजाही को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। यमुना किनारे बसे निचले इलाकों से अब तक 10,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।

भारी बारिश और ऑरेंज अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने आज दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बारिश की संभावना के चलते हालात और बिगड़ने की आशंका है। हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से भी अतिरिक्त पानी छोड़े जाने की खबर है, जिससे जलस्तर और बढ़ सकता है। दिल्ली सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए अपनी बाढ़ प्रतिक्रिया कार्ययोजना (Flood Response Plan) को सक्रिय कर दिया है। दिल्ली सरकार ने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने 58 नावें, 675 लाइफ जैकेट, 5,67,200 ईसी (इको) बैग, 14,370 बल्लियां, 24 जनरेटर आदि पहले उपलब्ध कराए हैं।
शिक्षण संस्थानों पर असर
बाढ़ और भारी बारिश के मद्देनज़र नोएडा में स्कूल और कॉलेज बंद रखने का निर्देश दिया गया है। अन्य जिलों में भी स्थिति की निगरानी की जा रही है।
दिल्ली के मंत्री प्रवेश वर्मा ने जानकारी दी कि यमुना नदी का जलस्तर मंगलवार को निकासी के निशान को पार कर जाने के बाद दिल्ली सरकार ने अपनी बाढ़ प्रतिक्रिया कार्ययोजना लागू कर दी है। भारत सरकार की सेंट्रल वॉटर कमिशन ने अपने ताज़ा फ्लड फोरकास्ट में कहा है कि दिल्ली के उत्तरी जिले में दिल्ली रेलवे ब्रिज पर यमुना नदी “गंभीर स्थिति” (SEVERE SITUATION) में बह रही है। मंगलवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, यमुना का जलस्तर 206.86 मीटर दर्ज किया गया है।
यह स्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर से 1.5 मीटर ऊपर है। प्रशासन ने अपील की है कि लोग अफवाहों से बचें, नदी किनारे जाने से परहेज करें, और राहत कार्यों में सहयोग करें।
