अनुपम दुबे: कानपुर देहात। सिध्देश्वर मंदिर घाट पर झुझिया टेशू मूर्ति विसर्जन के दौरान यमुना नदी में डूबी दो सगी बहनों में से एक, रागिनी का शव कल स्थानीय ग्रामीणों द्वारा तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद निकाल लिया गया था। हालांकि, दूसरी बहन प्रांशी का पता लगाने के लिए एनडीआरएफ (NDRF) टीम का अभियान दूसरे दिन भी जारी रहा, लेकिन देर रात तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।
रात भर चला सर्च ऑपरेशन
कल रात एनडीआरएफ टीम ने प्रांशी की डेड बॉडी खोजने के लिए गहन अभियान चलाया था, लेकिन उसका पता नहीं चल सका। आज सुबह से ही एनडीआरएफ टीम और स्थानीय गोताखोरों ने संयुक्त रूप से प्रांशी को ढूंढने का अभियान फिर से शुरू कर दिया है। नवीनतम जानकारी के अनुसार, देर रात्रि तक खोजबीन में कोई सफलता नहीं मिली है।
एक का शव जल प्रवाहित, गांव में कोहराम
रागिनी देवी का पोस्टमार्टम होने के बाद जैसे ही उनका शव गांव पहुंचा, परिजनों में कोहराम मच गया। शोकाकुल माहौल में रागिनी देवी के शव को जल में प्रवाहित कर दिया गया है।
मौके पर प्रशासनिक अमला मौजूद
घटना के बाद से ही मौके पर प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं। उपजिलाधिकारी सिकंदरा शालिनी उत्तम, क्षेत्राधिकारी सिकंदरा प्रिया सिंह, सिकंदरा तहसीलदार रमेश चंद्र, और अमराहट थानाध्यक्ष राहुल कुमार सुबह से ही स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और एनडीआरएफ टीम के अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
यमुना नदी में डूबी बच्ची की तलाश जारी
