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विश्व के नक्शे पर बने रहना है तो पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन बंद करे : जनरल द्विवेदी

नई दिल्ली | कविता पंत
सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने शुक्रवार को पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पड़ोसी देश विश्व मानचित्र पर अपना स्थान बनाए रखना चाहता है तो उसे आतंकवाद का समर्थन बंद करना होगा।
राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ में सैनिकों को संबोधित करते हुए जनरल द्विवेदी ने इस बात पर जोर दिया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत द्वारा दिखाया गया संयम भविष्य में किसी भी संघर्ष में दोहराया नहीं जाएगा।
सेना प्रमुख ने कहा कि

अगर पाकिस्तान को नक्शे पर अपनी जगह बनाए रखनी है, तो उसे सरकार प्रायोजित आतंकवाद बंद करना होगा। उन्होंने पश्चिमी पड़ोसी को चेतावनी दी है कि वह अपने आतंकी आकाओं को गहरी सरकारी मदद देने के लिए जाना जाता है।

जनरल द्विवेदी की यह चेतावनी एयर चीफ मार्शल एन पी सिंह की टिप्पणी के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारतीय सेना ने मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अमेरिका निर्मित एफ-16 और चीनी जेएफ-17 सहित चार से पांच पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को मार गिराया था।
सेना प्रमुख ने कहा,

“एक देश के रूप में भारत इस बार पूरी तरह तैयार है। और इस बार वह ऑपरेशन सिंदूर 1.0 के दौरान दिखाए गए संयम को नहीं दिखाएगा। इस बार हम एक कदम आगे बढ़ेंगे और इस तरह से कार्य करेंगे जिससे पाकिस्तान को यह सोचना पड़ेगा कि वह विश्व में नक्शे पर बने रहना चाहता है या नहीं।”

जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारतीय सेना इस बार कोई संयम नहीं दिखाएगी। उन्होंने संकेत दिया कि यदि इस्लामाबाद ने आतंक का निर्यात बंद करने से इनकार कर दिया तो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का दूसरा संस्करण दूर नहीं होगा।
जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के अंदर नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें से सात को थलसेना ने और दो को वायुसेना ने निशाना बनाया।
उन्होंने कहा, “हमने ठिकानों की पहचान इसलिए की थी क्योंकि हम सिर्फ़ आतंकवादियों को नुकसान पहुँचाना चाहते थे। हमारा लक्ष्य उनके ठिकानों पर हमला करना था। हमें आम पाकिस्तानी नागरिकों से कोई शिकायत नहीं है, बशर्ते उनका देश आतंकवादियों को प्रायोजित न करे। चूँकि आतंकवादियों को प्रायोजित किया जा रहा था, इसलिए उन आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया गया।
सेना प्रमुख ने यह भी दावा किया कि भारत ने सैन्य टकराव के दौरान पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों का पर्दाफाश किया था। उन्होंने कहा कि भारत के हस्तक्षेप के बिना ये ठिकाने दुनिया की नजरों से छिपे रहते।
द्विवेदी ने भारतीय सैनिकों से भी कार्रवाई के लिए तैयार रहने का आग्रह किया। उन्होंने लगातार जारी खतरों के बीच सतर्कता के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा, “अभी से पूरी तरह तैयार रहो, ईश्वर ने चाहा तो मौका जल्द ही आएगा।”
सेना प्रमुख ने 7 मई को किए गए ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि

यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। 10 मई को पाकिस्तान द्वारा युद्ध विराम का अनुरोध किये जाने से पहले इन हमलों में कथित तौर पर 100 से अधिक आतंकवादी मारे गये थे। नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच लंबे समय से तनावपूर्ण संबंध रहे हैं, जिसका मुख्य कारण पाकिस्तान का अपनी धरती से संचालित आतंकवादी संगठनों को समर्थन देना है।

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