पवन कुमार गुप्ता: रायबरेली। रायबरेली के एनटीपीसी सभागार ऊंचाहार में गुरुवार को ‘कर्मयोग, मद्य निषेध एवं विकसित भारत’ विषय पर एक भव्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव, समाज कल्याण एवं सैनिक कल्याण विभाग तथा महानिदेशक उपाम व एस0आई0आर0डी0 एल0 वेंकटेश्वर लू मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य मिशन कर्मयोगी के तहत कर्मचारियों के क्षमता निर्माण, सहयोग एवं समन्वय को सशक्त बनाना, मद्य निषेध के प्रति लोगों को जागरूक करना और विकसित भारत की संकल्पना के लिए संवाद स्थापित करना रहा।
‘कर्मयोग’ का अर्थ: ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा
मुख्य अतिथि एल0 वेंकटेश्वर लू ने अपने संबोधन में कर्मयोग के महत्व को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि कर्मयोग का अर्थ केवल कार्य करना नहीं है, बल्कि पूरी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करना और उसे समाज के कल्याण तथा राष्ट्र निर्माण से जोड़ना है।
उन्होंने कर्मयोगी पहल की सराहना करते हुए कहा कि पहले यह पहल केवल सिविल सेवकों तक सीमित थी, लेकिन अब इसका क्षेत्र बहुत व्यापक हो गया है। उन्होंने सभागार में उपस्थित प्रधानाध्यापकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि कर्मयोगियों के निर्माण में उनका अहम योगदान है और इस पहल का क्षेत्र और बढ़ाया जाना चाहिए।
मद्य निषेध और डिजिटल नशा
राज्य मद्य निषेध अधिकारी के.एल. राजवंशी ने इस अवसर पर मद्य निषेध विषय पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने नशे के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला और समाज में नशा मुक्त वातावरण बनाने का आह्वान किया। राजवंशी ने एक महत्वपूर्ण बात पर जोर देते हुए कहा कि मोबाइल की लत भी एक प्रकार का ‘डिजिटल नशा’ है, जिससे लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है। श्री एल0 वेंकटेश्वर लू ने भी इस विचार का समर्थन करते हुए कहा कि “मोबाइल फोन का अत्यधिक प्रयोग भी एक प्रकार का नशा” है।
विकसित उत्तर प्रदेश – समर्थ उत्तर प्रदेश 2047
संगोष्ठी के दौरान विकसित उत्तर प्रदेश – समर्थ उत्तर प्रदेश 2047 के संकल्प को साकार करने हेतु नागरिक सहभागिता और प्रशासनिक जवाबदेही पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय, कार्यकारी निदेशक एनटीपीसी ऊंचाहार अभय कुमार श्रीवास्तव, डीआईओएस संजीव सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी सृष्टि अवस्थी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कॉलेजों के प्रधानाचार्य एवं अन्य स्टेकहोल्डर उपस्थित रहे।
मंच का सफल संचालन अभिषेक द्विवेदी ने किया। अंत में, सभी प्रतिभागियों ने नशा मुक्त, सशक्त और विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया।
एनटीपीसी ऊंचाहार में ‘कर्मयोग, मद्य निषेध एवं विकसित भारत’ पर भव्य संगोष्ठी
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