कविता पंतः नई दिल्ली। भारत के नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज राष्ट्रपति भवन में 15वें उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। चंद्रपुरम पोनुसामी राधाकृष्णन ने अंग्रेजी भाषा में शपथ ली।
शुभचिंतकों द्वारा पचाई तमिझन (सच्चे तमिल) कहे जाने वाले राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में सेवा दे रहे थे, जब उन्हें भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पहली पंक्ति में बैठे थे।
शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी मौजूद थे। शपथ दिलाने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सीपी राधाकृष्णन को बधाई दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर उपराष्ट्रपति के सफल कार्यकाल की कामना की। मोदी ने लिखा, सी.पी. राधाकृष्णन के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित हुआ। एक समर्पित लोक सेवक के रूप में, उन्होंने अपना जीवन राष्ट्र निर्माण, समाज सेवा और लोकतांत्रिक मूल्यों को सुदृढ़ करने के लिए समर्पित कर दिया। जनता की सेवा के लिए समर्पित, उनके सफल उपराष्ट्रपति कार्यकाल की कामना करता हूं।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेने पर सीपी राधाकृष्णन को बधाई दी। शाह ने कहा कि उनका व्यापक ज्ञान और अनुभव लोगों की बेहतर सेवा करने के लिए हमारी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को और मजबूत करेगा।
उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद राधाकृष्णन ने संसद भवन परिसर स्थित प्रेरणा स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की। यहां राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने उनका स्वागत किया।
प्रेरणा स्थल पर भारत के प्रख्यात नेताओं, स्वतंत्रता सेनानियों और समाज सुधारकों की मूर्तियां स्थापित हैं।
बाद में, राधाकृष्णन राज्यसभा के सभापति के कार्यालय गए और उच्च सदन के पीठासीन अधिकारी का कार्यभार ग्रहण करने के संबंध में दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। उपराष्ट्रपति, राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर घोषणा की कि राधाकृष्णन 12 सितम्बर को उपराष्ट्रपति पद पर आसीन हो गए हैं।
राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेने के तुरंत बाद राजघाट गए और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने ‘सदैव अटल में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और किसान घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह को भी श्रद्धांजलि दी। राधाकृष्णन 11 सितम्बर 2030 तक पद पर बने रहेंगे।
शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे। जगदीप धनखड़ इस्तीफा देने के बाद पहली बार किसी कार्यक्रम में नजर आए हैं। उन्होंने 21 जुलाई की शाम को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था। लगभग 53 दिन बाद वह सार्वजनिक तौर दिखाई दिए। धनखड़ के इस्तीफे के बाद ही चुनाव कराया गया।
उपराष्ट्रपति चुनाव में राजग उम्मीदवार सीपी राधा राधाकृष्णन ने जीत दर्ज की। उन्हें इस चुनाव में 452 वोट मिले थे जबकि विपक्ष के इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था।
उपराष्ट्रपति बनने से पहले सीपी राधाकृष्णन झारखंड और महाराष्ट्र के राज्यपाल रह चुके हैं। उन्होंने एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा दिया। शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पूर्व उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू और हामिद अंसारी के नजदीक बैठे दिखाई दिए।
सी पी राधाकृष्णन ने देश के 15वें उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली
Releated Posts
