
हाथरस। रबी सीजन की तैयारी कर रहे किसानों को खाद के लिए शुक्रवार को हसायन स्थित बहुद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति का रुख करना पड़ा, जहां डीएपी खाद वितरण को लेकर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लेकिन किसानों की जरूरत को देखते हुए वितरण प्रक्रिया में अनियमितताओं के आरोप सामने आए हैं। किसानों ने समिति कर्मचारियों पर आरोप लगाया कि 1350 रुपये की निर्धारित दर के बजाय डीएपी खाद पर लेबर चार्ज के नाम पर 10 रुपये अतिरिक्त वसूले जा रहे हैं। साथ ही डीएपी लिक्विड और पेट्रोलियम जैसे उत्पादों को जबरन खरीदवाने की शिकायत भी की गई है। इससे किसानों में गहरा रोष है। जैसे ही खाद आने की सूचना फैली, सुबह से ही सैकड़ों किसान अपने आधार कार्ड, खतौनी और अन्य दस्तावेजों के साथ समिति कार्यालय पर जुट गए। कर्मचारियों द्वारा प्वाइंट ऑफ सेल मशीन पर अंगूठा लगवाकर किसानों की पहचान की गई और दस्तावेज लिए गए। 15 अक्टूबर से शुरू होने जा रहे रबी सीजन के तहत सरसों, आलू और गेहूं जैसी फसलों की बुआई के लिए डीएपी खाद की मांग बढ़ गई है। संभावित किल्लत को भांपते हुए किसान पहले से खाद जुटाने में लगे हैं, लेकिन समिति स्तर पर अनियमितता ने उनकी परेशानी बढ़ा दी है।
किसानों की मांग
किसानों ने संबंधित अधिकारियों से खाद वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और अतिरिक्त वसूली पर रोक लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। स्थानीय किसानों ने जिला प्रशासन से समिति कर्मचारियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की है। किसानों का कहना है कि सरकारी दरों पर मिलने वाली खाद में इस तरह की अनियमितता छोटे किसानों के हितों पर कुठाराघात है।