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पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी उत्‍तर प्रदेश

अयोध्या ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
उत्तर प्रदेश बना देश का अग्रणी राज्य

कविता पंत | वरिष्‍ठ पत्रकार
धार्मिक पर्यटन अभी भी भारत में पर्यटन का सबसे बड़ा क्षेत्र है और पर्यटन क्षेत्र में उत्तर प्रदेश भारत का अग्रणी राज्‍य बन गया है। भले ही ताज महल दुनिया के 7 अजूबों में से एक हो, लेकिन साल 2024 में अयोध्या ने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए ताज महल को पीछे छोड़ नया कीर्तिमान स्थापित किया। जेफरीज़ के विश्लेषकों के अनुसार, राम मंदिर में सालाना 10 करोड़ पर्यटकों के आने का अनुमान है।
उत्‍तर प्रदेश ने जनवरी और सितम्‍बर 2024 के बीच उल्लेखनीय 476.1 मिलियन पर्यटकों को आकर्षित करके नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। राज्‍य में हर साल 48 करोड़ से ज़्यादा घरेलू पर्यटक आते हैं। यह उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक स्थलों में बढ़ती रुचि को दर्शाता है। एक अनुमान के अनुसार राज्य में 2025 में पर्यटकों की संख्‍या 1.3 बिलियन तक पहुंच सकती है।
यही नहीं भव्य मंदिर निर्माण के साथ, अयोध्या वेटिकन सिटी और मक्का को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का सबसे लोकप्रिय धार्मिक पर्यटन स्थल बन गया है। इसकी तुलना में, वेटिकन सिटी में सालाना लगभग 90 लाख और मक्का में लगभग 2 करोड़ पर्यटक आते हैं।
आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार 22 जनवरी 2024 को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से 5.5 करोड़ (55 मिलियन) से अधिक भक्तों ने शहर का दौरा किया। तीर्थयात्रियों की संख्या में और वृद्धि होने की उम्मीद है। अयोध्या में, जहाँ 2019 में प्रतिदिन केवल 5,000 लोग आते थे, इस वर्ष प्रतिदिन दो लाख लोग आ रहे हैं।
पर्यटकों की बढ़ती संख्‍या के कारण स्‍थानीय लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला है। डेढ़-दो वर्ष पूर्व जो व्यक्ति किसी भी कारोबार से प्रतिदिन पांच-छह सौ रुपये कमाता था, आज उसकी हजार-डेढ़ हजार रुपये से अधिक आमदनी हो रही है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के अनुसार अयोध्या ने 135.5 मिलियन घरेलू पर्यटकों और 3,153 अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित किया।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने 2021 में जब से अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में गंगा के तट पर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के हिंदू तीर्थ स्थल का उद्घाटन किया है, तब से 130 मिलियन से अधिक पर्यटक इस क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं। भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक, वाराणसी में पिछले साल अकेले 1.1 करोड़ से ज़्यादा पर्यटक आए जो उससे पिछले वर्ष की तुलना में 82 लाख ज़्यादा है। इस प्राचीन शहर की धार्मिक विरासत और नए सिरे से विकसित पर्यटक सुविधाओं ने यहां घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित में मदद की है।
अयोध्या के 6 अरब डॉलर के नवीनीकरण के अलावा, सरकार ने पिछले एक दशक में दर्जनों हिंदू तीर्थस्थलों के विकास पर लगभग 12 करोड़ डॉलर खर्च किए हैं और आगे और भी धनराशि खर्च करने की योजना है।
महामारी की शुरुआत से पहले, पर्यटन क्षेत्र ने वित्त वर्ष 2019 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 194 बिलियन डॉलर का योगदान देकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अब 8 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से वृद्धि का अनुमान लगाया गया है, जो वित्त वर्ष 2033 तक 443 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।
वर्ष 2022 में, फोर्ब्स ने भारत को दुनिया के 50 देशों में सातवें सबसे खूबसूरत देश के रूप में स्थान दिया है। भारत में 42 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं, जो इसे दुनिया भर में छठा स्थान प्रदान करते हैं।

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