पवन कुमार गुप्ता, रायबरेली
रायबरेली जिले के ऊंचाहार थाना क्षेत्र में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर एक युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मृतक की पहचान हरिओम (38 वर्ष), पुत्र गंगादीन, निवासी तरावती का पुरवा, फतेहपुर के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, 02 अक्टूबर 2025 को ईश्वरदासपुर हाल्ट के पास रेलवे ट्रैक से करीब 20 फीट की दूरी पर एक अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली थी। पहचान के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। रिपोर्ट व मृतक के पिता की तहरीर के आधार पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। जांच में सामने आया कि मृतक को ग्रामीणों ने चोर समझकर बंधक बनाया और बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पांच आरोपी गिरफ्तार, हत्या में प्रयुक्त डंडा और बेल्ट बरामद
पुलिस ने घटना की जांच के दौरान वीडियो साक्ष्यों और चश्मदीद गवाहों के आधार पर पांच आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के पास से हत्या में प्रयुक्त यूकेलिप्टस का डंडा, दो बेल्ट और मृतक का शर्ट व बनियान बरामद किया गया है।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्त हैं:
- वैभव सिंह पुत्र वीरेन्द्र बहादुर सिंह
- विपिन मौर्या उर्फ अनुज मौर्या पुत्र रामफल मौर्या
- विजय कुमार पुत्र बैजनाथ
- सहदेव पुत्र बैजूलाल पासी
- सुरेश कुमार पुत्र रामसेवक मौर्या
सभी अभियुक्त ग्राम डाण्डेपुर जमुनापुर, थाना ऊंचाहार, रायबरेली के निवासी हैं।
पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
घटना के बाद पुलिस द्वारा जारी दो अलग-अलग प्रेस नोट्स में विरोधाभास सामने आया। 3 अक्टूबर को जारी पहले प्रेस नोट में 6 लोगों की गिरफ्तारी की बात कही गई थी, जबकि 4 अक्टूबर को जारी दूसरे प्रेस नोट में केवल 5 आरोपियों के नाम और फोटो जारी किए गए। पुलिस ने इस अंतर को लेकर कोई स्पष्ट स्पष्टीकरण नहीं दिया।
इसके अतिरिक्त, सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर में एक उपनिरीक्षक को गिरफ्तार अभियुक्तों के साथ खड़ा देखा गया, जबकि उनका नाम गिरफ्तार करने वाली टीम में नहीं है। इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या यह “गुड वर्क” दिखाने की कोशिश थी। अभियुक्तों की गिरफ्तारी में अति0निरी0 सियाराम राजपूत, उ0नि0 कमल सिंह, उ0नि0 संजय यादव, उ0नि0 सौरभ मलिक, आरक्षी शुभम गुर्जर, मु0आ0 धर्मेश कुमार, महिला आरक्षी जूही मिश्रा, आरक्षी प्रेमवीर, आरक्षी विशाल मौर्या शामिल रहे।
कोतवाल से छीना गया प्रभार, तीन पुलिसकर्मी निलंबित
घटना के बाद पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ऊंचाहार कोतवाली प्रभारी संजय कुमार से कोतवाली का प्रभार छीनकर उन्हें अपराध शाखा में भेज दिया। साथ ही लापरवाही के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों — उप निरीक्षक कमल सिंह यादव, आरक्षी प्रदीप कुमार और अभिषेक कुमार को निलंबित कर दिया गया है।
ASP बोले—जांच जारी, निर्दोष न फंसाया जाएगा
अपर पुलिस अधीक्षक संजीव सिन्हा ने बताया कि मामले की जांच गहराई से की जा रही है। पुलिस मीडिया और ग्रामीणों से भी सूचनाएं जुटा रही है। उन्होंने बताया कि पांच अभियुक्तों को जेल भेजा जा चुका है, जबकि दो अन्य संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी अन्य व्यक्ति की संलिप्तता पाई जाती है तो उस पर भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उपनिरीक्षक की वायरल तस्वीर पर सवाल पूछे जाने पर एएसपी ने स्पष्ट किया कि संभवतः अभियुक्तों के पास खड़े होने के कारण फोटो में वह नजर आए होंगे, वह गिरफ्तारी टीम का हिस्सा नहीं थे।
ग्रामीणों से की गई अपील
पुलिस प्रशासन ने आम जनमानस से अपील की है कि किसी भी अज्ञात व्यक्ति को संदिग्ध समझकर स्वयं कार्रवाई न करें। यदि कोई संदिग्ध नजर आए तो तत्काल स्थानीय पुलिस को सूचित करें। अफवाहों से बचने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी थाना क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।