निंदा का स्वरूप ही हीनता और कमजोरी का होता है

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Jan Saamna AdminAug 11, 20254 min read

वर्तमान समाज में जब निंदा की बात आती है तो दो वर्ग सामने आते हैं, पहला मिशनरी निंदक और दूसरा […]

मुंशी प्रेमचंद: जिनकी कहानियों में सांस लेता है भारत

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Jan Saamna AdminJul 31, 20254 min read

आधुनिक हिन्दी साहित्य के पितामह और उपन्यास सम्राट महान् कथाकार मुंशी प्रेमचंद ने अपने लेखन के माध्यम से न सिर्फ […]

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