फिरोजाबाद। दाऊदयाल महिला महाविद्यालय के शिक्षा शास्त्र विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया गया, जिसमें बी.ए. और एम.ए. की लगभग 50 छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ विनीता गुप्ता ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की शुरुआत वर्ष 1966 में यूनेस्को द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य युवाओं की साक्षरता को बढ़ावा देना और पढ़ाई के माध्यम से वैश्विक समाज को सशक्त बनाना है। इस अवसर पर डॉ शारदा सिंह ने साक्षरता को सभी के लिए आवश्यक बताया और कहा कि यह व्यक्ति के सर्वांगीण विकास की कुंजी है। वहीं, सरिता शर्मा ने कहा कि यह दिवस 1967 से हर वर्ष मनाया जाता है, ताकि समाज में करुणा, शांति और स्थायी परिवर्तन को प्रोत्साहित करने में साक्षरता की भूमिका को याद दिलाया जा सके। कार्यक्रम के अंत में बी.ए. प्रथम सेमेस्टर की एक छात्रा ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर अपने विचार साझा किए और साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डाला।
दाऊदयाल महिला महाविद्यालय में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस
