मथुरा। मथुरा-वृंदावन में स्वच्छता व्यवस्था को बिगाड़ने में सबसे बड़ी समस्या शहर भर में फैले खाली प्लॉट बनते जा रहे हैं। नगर निगम द्वारा चिन्हित किए गए ऐसे सौ से अधिक प्लॉट हैं, जो अब कूड़ा डाले जाने के स्थायी डलावघरों में तब्दील हो चुके हैं। इन स्थानों पर आसपास के लोग बेधड़क कचरा फेंकते हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को गंदगी, दुर्गंध और बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम ने कई बार चेतावनी दी है, लेकिन इसके बावजूद इन जगहों पर कूड़ा डालने की प्रवृत्ति पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। सदर बाजार की कॉलोनियां, धौलीप्याऊ क्षेत्र, हाईवे किनारे की कॉलोनियां, भैंस बहोरा रोड सहित कई क्षेत्रों में यह समस्या गंभीर बनी हुई है। यहां खाली प्लॉटों में लंबे समय से कचरा जमा हो रहा है और अब ये क्षेत्र कूड़ाघरों की तरह दिखने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम को केवल प्लॉट स्वामियों पर जुर्माना लगाने तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उन लोगों पर भी सीधी कार्रवाई करनी चाहिए, जो कचरा फेंकते हैं। निवासियों का मानना है कि जब तक कचरा फेंकने वालों को दंडित नहीं किया जाएगा, तब तक स्वच्छता की स्थिति में सुधार संभव नहीं होगा। निगम का यह कदम कि प्लॉट मालिकों पर जुर्माना लगाया जाए, सही दिशा में है, लेकिन यह अधूरा है यदि उन लोगों को नहीं रोका गया जो इन स्थानों को गंदा कर रहे हैं। स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि नगर निगम कड़ी निगरानी रखे, सीसीटीवी कैमरे लगाए और दोषियों पर त्वरित कार्रवाई करे, ताकि शहर को स्वच्छ और रोगमुक्त बनाया जा सके।
मथुरा में खाली प्लॉट बने कूड़ाघर
