
खरगापुर। गोमती नगर विस्तार में चल रहे 34वें दशहरा मेला एवं रामलीला उत्सव के तीसरे दिन रामलीला में श्रीराम-भरत मिलाप, सीता हरण, लंका दहन और रावण-अंगद संवाद की लीलाओं का मंचन किया गया।
रामलीला में रावण की भूमिका में संजय शर्मा और अंगद की भूमिका में सुमित विश्वकर्मा ने शानदार अभिनय किया। सुग्रीव की भूमिका शिवनंदन विश्वकर्मा, विभीषण की रजनीश मौर्य, और हनुमान की भूमिका राकेश रावत ने निभाई। हनुमान जी के चुलबुले अंदाज और प्रभावशाली संवादों ने दर्शकों को खूब प्रभावित किया।
अन्य पात्रों में मेघनाथ की भूमिका में आशीष रावत, कुंभकरण की प्रदीप रावत, सूर्पनखा की अरविंद रावत और खर की भूमिका में राकेश विश्वकर्मा ने सराहनीय अभिनय किया। भरत की भूमिका में राज लोधी, शत्रुघ्न की प्रिंस लोधी, जामवंत की गंगा रावत और बाली की भूमिका में बच्चू लाल रावत ने अच्छा अभिनय किया। बाल गणेश की झांकी में वंश रावत दिखाई दिए।
रामलीला मंच पर संगीत में आर्गन पर आचार्य फूलचंद और ढोलक पर पंडित संदीप तिवारी ने सहयोग किया। पंडाल और मंच की व्यवस्था में सत्यम रावत, अरविंद रावत (पेंटर) और शिवकरण रावत ने कार्य किया। मेले में निगरानी के लिए आशीष रावत द्वारा CCTV कैमरे लगाए गए।
दर्शकों ने सीता हरण और करुण विलाप के दृश्य को भावुक होकर देखा। हनुमान द्वारा अशोक वाटिका उजाड़ने और लंका जलाने के दृश्य पर तालियों की गूंज सुनाई दी। रावण और अंगद संवाद में अंगद द्वारा पांव जमाने के दृश्य ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
कल रामलीला उत्सव के अंतिम दिन श्रीराम और रावण की सेनाओं के बीच युद्ध होगा, जिसमें मेघनाथ, कुंभकरण और रावण का वध होगा। इसके बाद रावण के पुतले का दहन कर विजयादशमी का पर्व मनाया जाएगा और रामलीला उत्सव का समापन होगा।