चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप — बोले, “हाइड्रोजन बम अभी बाकी है”
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को दिल्ली के इंदिरा भवन ऑडिटोरियम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने ‘वोट चोरी’ से जुड़े नए सबूत पेश किए और चुनाव आयोग पर जानबूझकर कांग्रेस के वोटर्स के नाम हटाने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने चेताया कि यह अभी ‘हाइड्रोजन बम’ नहीं है — असली खुलासा तो अभी आना बाकी है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या हुआ?
राहुल गांधी ने करीब 31 मिनट का एक प्रजेंटेशन दिया, जिसमें उन्होंने वोट डिलीशन (नाम हटाने) के कथित सबूत दिखाए। इस दौरान वे कर्नाटक के महादेवपुरा और आलंद जैसे क्षेत्रों के कुछ मतदाताओं को भी साथ लाए, जिनके नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए गए थे। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई और यह सिर्फ कर्नाटक तक सीमित नहीं है — महाराष्ट्र, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी ऐसा ही हो रहा है।
राहुल गांधी के चार बड़े आरोप:
- कर्नाटक के आलंद में 6,018 वोटर्स को हटाने की कोशिश
राहुल ने आरोप लगाया कि 2023 में आलंद विधानसभा क्षेत्र में किसी ने 6,018 वोट डिलीट करने की कोशिश की। यह मामला तब सामने आया जब एक बूथ-लेवल अधिकारी (BLO) ने पाया कि उसके चाचा का नाम वोटर लिस्ट से गायब है। - फेक लॉगिन से गोदाबाई के नाम पर 12 वोटर्स हटाए गए
प्रेस कॉन्फ्रेंस में 63 वर्षीय गोदाबाई का वीडियो दिखाया गया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि उनका वोट बिना जानकारी के डिलीट कर दिया गया। उनके नाम से फर्जी लॉगिन बनाकर 12 अन्य लोगों के वोट भी डिलीट किए गए। - दूसरे राज्यों से जुड़े मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल
राहुल ने दावा किया कि वोट हटाने के लिए जिन मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल हुआ, वे कर्नाटक के बाहर के थे। उन्होंने आरोप लगाया कि यह किसी सुनियोजित योजना का हिस्सा है। - CID की 18 रिमाइंडर लेटर्स का जवाब नहीं
राहुल ने कहा कि कर्नाटक CID ने चुनाव आयोग को 18 बार पत्र लिखकर IP एड्रेस, OTP ट्रेल्स और डिवाइस पोर्ट्स की जानकारी मांगी, लेकिन आयोग ने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने सीधे चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह “वोट चोरों की रक्षा कर रहे हैं।”
चुनाव आयोग का जवाब: आरोप बेबुनियाद
चुनाव आयोग (ECI) ने राहुल गांधी के आरोपों को “गलत और निराधार” बताया है। आयोग का कहना है कि:
- कोई भी आम नागरिक ऑनलाइन किसी का भी वोट डिलीट नहीं कर सकता।
- नाम हटाने की प्रक्रिया में संबंधित व्यक्ति को नोटिस दिया जाता है और उसे जवाब देने का मौका मिलता है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
बीजेपी का पलटवार:
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “हर चुनाव में हारने वाले नेता की हताशा अब चरम पर है। आरोपों की राजनीति करना उनकी आदत बन गई है। हाइड्रोजन बम फोड़ने का दावा किया था, पर फुलझड़ी भी फुस हो गई।”
आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रतिक्रिया:
AAP की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, “मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को तुरंत बर्खास्त कर स्वतंत्र जांच करानी चाहिए।” हालांकि उन्होंने राहुल गांधी पर दोहरे रवैये का आरोप भी लगाया कि जब अन्य विपक्षी नेता वोट चोरी का मुद्दा उठा रहे थे, तब राहुल गांधी चुप थे।

आगे क्या?
राहुल गांधी ने इशारा किया कि यह केवल शुरुआत है और अगले दिनों में और बड़े खुलासे होंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह मुद्दा संसद से लेकर सड़क तक उठाएगी।